नागौद में शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल बच्चों का भविष्य अंधकार मय!!

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अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा जैसी ही स्थिति निर्मित!!

नागौद शासकीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा विभाग के हाल बेहाल बच्चो का भविष्य अंधकार मय!!


नागौद में शासकीय विद्यालयों में है भर्रेशाही का आलम अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था हुई बेलगाम विद्यालयो के खुलने बंद होने का नहीं है कोई समय ,विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों के समय अनुसार चल रहे विद्यालय विद्यालय में पदस्थ शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ कर रहे खिलवाड़ सरकार की मंशा पर फेर रहे पानी एक ओर जहां तक देश की सरकार स्कूल चले हम, पढ़ेंगे हम बढ़ेंगे हम,पढ़े का इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया, जैसे नारों से शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त कर ,घर-घर शिक्षा पहुंचाने का कार्य रहे हैं वहीं दूसरी ओर शासकीय विद्यालयों में पदस्थ शिक्षक शिक्षा व्यवस्था को दीमक बनकर खा रहे हैं

आला अधिकारी भी सब जानते हुए मौन धारण किए हुए सवाल यह उठता है कि आखिर बच्चों के भविष्य के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ क्यों और सब कुछ जानते हुए भी आला अधिकारी क्यों है मौन शिकायतों के बाद भी आला अधिकारी नहीं करते कार्रवाई सरकार एक ओर बच्चो को देश का भविष्य बता कर कार्य कर रही वही सरकार के ही कर्मचारियों द्वारा देश के भविष्य के साथ सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा और सरकारी तंत्र सब जानते हुए भी अनजान बना हुए सतना जिला शिक्षा अधिकारी भी नहीं देते ध्यान सूत्र बताते है की मीडिया में खबरों के प्रकाशन के बाद भी आलाअधिकारी कार्यवाही करने से कतराते नज़र आते है और खुद ही शिक्षकों को बचाने में लगे रहते है और कुछ जगह तो शिक्षक भी यह कहते नज़र आते है की ऊपर हमारी सेटिंग है हमारा कुछ नहीं होगा सूत्र यह भी बताते है की जिला शिक्षा कार्यालय में लेने देने का खेल कर शिक्षकों को कार्यवाही की जगह दे दिया जाता है अभयदान सवाल यह उठता है की नवनिहालो के भविष्य से खिलवाड़ का आरोपी कौन शिक्षक,अधिकारी या सिस्टम इन पर कब देगी सरकार ध्यान.. उक्त जानकारी 31-10-2022 की है खबर प्रकाशित होने के बाद कार्यवाही ना होने सारे शिक्षा विभाग अमले पर सवाल खड़ा कर रहा क्या शिक्षा विभाग के अधिकारियो को बच्चों के भविष्य से नही है किसी भी प्रकार का मोह शासकीय विद्यालयों में हो रही अनिमित्तता का कौन है जिम्मेदार?

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