नोएडा में वसूली के दौरान 2 एस आई और 1 आरक्षक गिरफ्तार
मुख्यमंत्री ने नौकरी से बर्खास्त करने के निर्देश दिए
भोपाल। आरोपी को बरी करने के बदले पैसे लेने गए एमपी साइबर सेल के 2 एसआई और 1 कांस्टेबल को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
उसके बाद प्रदेश की फजीहत हो रही थी। गिरफ्तारी के बाद ही सभी को सस्पेंड कर दिया गया था। अब सीएम शिवराज सिंह चौहान भी इसे लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया है। इसमें शामिल सभी पुलिसकर्मियों को उन्होंने सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश दिए हैं।
तीनों को पहले निलंबित किया गया और बाद में प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सख्त कदम उठाते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इन तीनों को नौकरी से बर्खास्त किया जाए।
इससे पहले एमपी एमपी पुलिस मुख्यालय भोपाल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए साई मनोहर ने रविवार को आदेश जारी कर उपनिरीक्षक पंकज साहू, उपनिरीक्षक राशिद परवेज खान और कांस्टेबल आसिफ अली को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि 2 एसआई और 1 कांस्टेबल को संविधान की धारा 311 के तहत सेवा से बर्खास्त किया जाए। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक अंकित शुक्ल और निरीक्षक हरिओम दीक्षित की इस मामले में संदेहास्पद भूमिका मानते हुए तबादला कर दिया गया है। दोनों को पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया है।
एडीजी ए साई मनोहर की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर ने 19 दिसंबर को पत्र द्वारा सूचित किया था कि 18 दिसंबर को नोएडा के सेक्टर-20 थाना पर सूचना प्राप्त हुई कि आईसीआईसीआई बैंक से किसी अन्य प्रदेश से आए उपनिरीक्षक से पिस्टल लूट की घटना घटित हुई। दोनों एसआई की शिकायत पर नोएडा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।