ऑटो चलाने व गेंहू ढोने को मजबूर हैं ‘पूर्व बॉक्सिंग चैंपियन आबिद खान’ , आनंद महिंद्रा ने बढ़ाया मदद…
चाहे कोई भी खेल हो, एक खिलाड़ी के लिए खेल उसकी आत्मा से जुड़ा होता है। चाहे वह खेल के मैदान में हार ही क्यों न जाए, पर खिलाड़ी को अपनी वास्तविक हार का अनुभव तब होता है, जब खेल से ही उसका भरोसा ख़त्म हो!-->…