मन्दिर से करोड़ो का दान लूटने की वारदात से मुख्यमंत्री अफ़सरो से ख़फ़ा
मन्दिर में हुई करोड़ो की लूट का जल्द खुलासा नही हुआ तो देहात आईजी पर गिर सकती है गाज
भोपाल: जैसे ही राजधानी ने पुलिस कमिश्नर प्रणाली का चोला ओढ़ा वैसे ही शहरी हदों से सटे बेशक़ीमती गांवनुमा इलाक़ो को शहर से जुदा कर दिया गया। खैर लावारिस हुए देहाती इलाक़े की मैदानी कमान आईजी इरशाद वली के पालने में आ गई लिहाज़ा अर्बन रूरल के दरमियाँ हुई हिस्साबाटी का खामियाजा पूरा देहात व राजधानी के आसपास के सभी संभागीय जिले भुगतने लगे। एक तरफ़ सख्ती दिखाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अवैध व ज़हरीली शराब व मादक पदार्थों पर बंदिशें लगाने की हिदायत दी तो उसका उल्टा भोपाल के देहाती इलाक़ो में देखने को मिला। जगह जगह बेख़ौफ़ कच्ची शराब बिकने लगी। चरस-गांजे के कारोबार में इज़ाफ़ा होने लगा अर्बन की तुलना की जाए तो देहात में नशे के अवैध कारोबार में पुरजोशी से इजाफा नज़र आ रहा है। हर रोज आबकारी की धाराओं के तहत थोकबंद प्रकरण दर्ज हो रहे हैं तो वही चोरी लूट बलात्कार हत्या के मामले भी मवेशी की मौत पर गिद्ध की तरह देहात के ऊपर मंडरा रहे। हाल ही में रूरल के लापरवाह मैदानी अफ़सरो की वजह से माँ के मंदिर से करोड़ो का केस अपराधियों ने उड़ा दिया। बता दें कि मन्दिर में करोड़ो का नगदी दान चोरी होने से सूबे के वज़ीर मुख्यमंत्री भी शर्मिंदा है वजह ये वारदात मुख्ममंत्री के गृह क्षेत्र से जुड़ी हुई है।