रेत खदान 22 वैध की आड़ मे 40 से अधिक रेत खदानो मे जारी अवैध खनन – अनूपपुर
By: Nilesh Dwivedi 7999752627
सब गोलमाल है ग्रामीणो मे आक्रोश….. खनिज अधिकारी अनूपपुर की शह पर अंधाधुंध रेत का अवैध खनन,,,साहब सब सही है
वैध 22 की आड़ मे 40 से अधिक खदानो से अवैध खनन कर केजी डेवलपर्स ने साबित कर दिया गांधी के फेरे मे नाजायज भी जायज हो जाया करती है तय रकब और खसरा (लीज चौहद्दी) से बाहर जाकर कंपनी द्वारा रेत का उत्खनन किया जा रहा है। जबकि कंपनी को 400 मीटर लंबाई वाह 100 मीटर चौड़ाई का स्थान रेत खनन करने के लिए दिया गया था लेकिन कंपनी द्वारा सीमा क्षेत्र से बाहर जाकर रेत निकाली जा रही है सीएम हेल्पलाइन की शिकायत पर हुई कार्रवाई ने प्रमाणित कर दिया और अब ग्रामीण इलाके मे दहशतगर्दी का माहौल बनने से ग्रामीण क्षेत्र मे बढ़ते आक्रोश से स्थित लॉ इन आर्डर के भरोसे है और पीपी राय दिया तले अंधेरा दूर करने की बजाए विधानसभा मे उलझा हूँ की बहाने बाजी मे व्यस्त पढ़े पूरी खबर……
अनूपपुर । जिले की लाइफलाइन कहे जाने वाली सोन नदी का अब अस्तित्व मानो समाप्त होने की कगार पर है यहा भोपाल के रेत ठेकेदार केजी डेवलपर्स सोन नदी पर लीज क्षेत्र से बाहर जाकर उत्खनन कर नियमो की धज्जियाँ उडाते हुए वैध की आड़ मे बेखौफ अवैध खनन को अंजाम देने से पीछे नही हट रहे है यह और ये सब कही और नही जिले के खनिज विभाग कार्यालय के ठीक सामने से दिन हो रहा है…..
हम आपको बता दे अनूपपुर जिले मे केजी डेवलपर्स भोपाल ने 22 खदान ली है परंतु इसके संचालन को लेकर जिले भर से शिकायत दर्ज करवाई जा रही है इनके लठैत और ग्रामीणो का आपसी संघर्ष देखने को मिल रहा है वही जिला प्रशासन की अवैध खनन रोकने मे नाकामी भी सामने आई है यहा बीते माह मानपुर, कटकोना मे सीएम हेल्पलाइन की शिकायत के बाद कार्रवाई की गई….
खनिज विभाग कार्यालय सोननदी और दी गई लीज से चंद कदम की दूरी पर है जहा से दर्जन भर पोकलेन मशीन की हरक़त देखी जा सकती है कि लीज क्षेत्र से बाहर जाकर रेत उत्खनन किया जा रहा इससे अंदाजा लगाया जा सकता है दूरदराज ग्रामीण इलाके की क्या स्थिति होगी…..यहा वैध 22 खदान की आड़ लेकर केजी डेवलपर्स 40 से अधिक रेत खदान संचालित किए हुए है जिसमे बहेराबाध, मौहरी, जमुडी, थानगाव, बेलगाव और मंत्री बिसाहुलाल का गांव परासी प्रमुख है…..
अनूपपुर जिले की जीवनदायिनी सोन नदी समेत दर्जनो सहायक नदियो से हो रहे रेत के अवैध तरीके का खनन ने इन नदियों का दम निकाल दिया है। स्थानीय पुलिस, सत्ता पक्ष के कुछ रसूखदार नेताओं की मिलीभगत से चल रहे रेत के खेल ने नदियों के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है। कल तक कल-कल बहने वाली नदियां अब सूख चुकी हैं और उनमें कलेक्टर की अनुमति से हैवी पोकलेन मशीन लगाई गई है और यही कायदे-कानून तोड़कर लीज क्षेत्र से बाहर जाकर रेत उत्खनन कर नदियो का स्वरूप बिगाड रही है…..
अवैध खनन पकड़े जाने पर सरकार के राजस्व की क्षति होती है, लेकिन पर्यावरण को हुए नुकसान पर कोई बात नहीं होती। एनजीटी ने पर्यावरण विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दिए थे कि अवैध खनन के कारण नदी को हुए पर्यावरणीय क्षति की गणना कर उसके पुनर्वास पर होने वाला खर्च खननकर्ता से लिया जाए परतु यहा भोपाल के ठेकेदार की रसूख, पैठ के आगे सब नतमस्तक है….अवैध खनन पर तकनीकी रूप से निगरानी के लिए एनजीटी ने कहा था कि बिना जीपीएस लगे वाहनों से रेत की ढुलाई की अनुमति नहीं होनी चाहिए। सभी रेत के खदानों का जियो टैगिंग किया जाना चाहिए जो अनूपपुर मे नही है,,,
एनजीटी के निर्देशों का उल्लंघन कर मनमाने तरीकों से रेत निकाले जाने से नदियों की धार समय से दो माह पहले ही टूट गई और नदी का प्राकृतिक व पारिस्थिकीय तंत्र भी नष्ट हो गया। जगह जगह नदी में की जगह मिट्टी नजर आने लगी है। पशु पक्षियों तक को पीने के लिए पानी नहीं बचा….इस तरह नदियो के दोहन पर समय रहते लगाम न लगाई गई तो पशु पक्षी समेत मानव जीवन भी बूंद बूंद को तरस जाएगा इस बात से इंकार नही किया जा सकता।
केजी डेवलपर्स कर्मचारियों की बात….
मै अभी नया नया हूँ सड़क दिख रही है पर किसने बनाई नही जानता आप उस तरफ लगी तिरपाल मे बैठे लोगो से पूछ लीजिए।
कर्मचारी, रेतठेकेदार केजी डेवलपर्स भोपाल अनूपपुर
आप देख लो मशीन लगाई गई है सड़क भी बनी है पर पक्की नही है गाड़ी बीच धार तक पहुंचने को ही अस्थाई सड़क मार्ग बना है आप आफिस के सुरेंद्र से बात कर लीजिए।
कर्मचारी, रेतठेकेदार केजी डेवलपर्स अनूपपुर
रोड टूटी हुई है मुझे पता नही हम ग्राम पंचायत की बनी सड़क से ही परिवहन कर रहे है हमने वैकल्पिक मार्ग नही बनाया और इसी मार्ग से हम रेत परिवहन करेंगे आप कलेक्टर से शिकायत कर दो,अजीत आसवानी, कथित मैनेजर कटकोना अनूपपुर
क्या कहती है जनता और जनप्रतिनिधि
साहब कंपनी के लोगो को कुछ दिनो पहले भी सड़क की हालत और बेरोजगार हुए लोगो की समस्याओ को अवगत कराया था आश्वासन देकर ये भूल गए और अब कंपनी के लठैत गुण्डागर्दी पर उतारू है। भागवती पनिका, सरपंच कटकोना अनूपपुर
कंपनी अपने कर्मचारियो को ग्रामीण बस्ती से परिवहन बंद करे, रोजगार की बात की जगह मशीनीकरण पर रेत उत्खनन कर बेरोजगार हुए लोगो का हक मारा जा रहा है इसलिए धरना प्रदर्शन किया गया है हम ग्राम पंचायत, जिला पंचायत, खनिज और कलेक्टर साहब से आपके माध्यम से क्षेत्रीय लोगो के शोषण पर लगाम लगाने की मांग करते है।
लेखन चंद्रा, ग्रामीण अनूपपुर
गाइडलाइंस का पालन किया जाना चाहिए हम यह मांग करते है कि कोई भी एक कमेटी गठित कर जांच हो उसके पश्चात ही खनन ठेकेदार तय सुनिश्चित स्थान पर रेत उत्खनन और परिवहन करे, जिला प्रशासन के ठीक सामने यह हो रहा है सब देखकर भी अनजान क्यो है आप ही पूछिए सवाल अधिकारियो से शायद आपको जवाब मिल जाए।
रमेश सिंह, प्रदेश महासचिव कांग्रेस मध्यप्रदेश
मिली ऐसी प्रशासनिक प्रतिक्रिया……
नही दूंगा बाइट मेरा नाम पीपी राय है और मीडिया बाइट को कोई बाध्य नही कर सकता रही बात खनिजकार्यालयके बगल के खनन की तो आप माइनिंगप्लान पढ़े और आरटीआई लगाए, विधानसभा लगाए तब मिलेगी पूरी जानकारी।
पी.पी. रॉय, खनिज अधिकारी, खनिज विभाग अनूपपुर