ग्राम पंचायत रेउला में चेक डैम के निर्माण के नाम पर शासकीय पैसे की लूट..!
कोतमा – एक ओर प्रदेश की शिवराज सरकार गांवों के अंतिम छोर तक विकास कार्यों पर कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है, गांव के विकास कार्यों के लिए ग्राम पंचायतो में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है ताकि गांव व प्रदेश का विकास हो सके।वही दूसरी ओर जिले की जनपद पंचायतों एवम ग्राम पंचायतो में बैठे कुछ भ्रष्टाचारी सीईओ,उपयंत्री व सचिव मिलकर विकास कार्य के नाम पर शासकीय पैसे का बंदरबांट का खेल खेल रहे हैं।विकास कार्यों के नाम पर शासकीय पैसे की लूट मची हुई है कुछ भ्रष्टाचारी अधिकारी अपनी जेब भरने के चक्कर में विकास कार्यों में पलीता लगा रहे हैं।
जिले में बैठे मठाधीश भ्रष्टाचारी अधिकारी ग्राम पंचायतों के कुछ भ्रष्ट सचिवों से कमीशन लेने के चक्कर में मापदंड के विपरीत ग्राम पंचायतों में होने वाले कार्यों पर भी अपनी स्वीकृति प्रदान कर रखे हैं। कुछ भ्रष्टाचारी सचिव शासकीय पैसे की हेराफेरी करने के लिए नए नए तौर तरीके विकास कार्य के नाम पर ढूंढे जाते हैं और जमकर भ्रष्टाचार आज परोसा जा रहा है।वही कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष,कोतमा मनोज सोनी ने कहा कि मापदंडों के विपरीत ग्राम पंचायत रेउला पकरीहा मार्ग नाले पर पहले से ही 2 चेक डैम बने हुए हैं और 300 मीटर से कम दूरी पर वही चेक डैम निर्माण कार्य 15 लाख का बन रहा है जो नियमतः गलत है।जिला कलेक्टर महोदय से पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराने की मांग लिखित रूप से की जाएगी।
ग्राम पंचायत रेउला में चेक डैम निर्माण के नाम पर मची लूट –
जनपद पंचायत अनूपपुर मुख्यालय बदरा अंतर्गत ग्राम पंचायत रेउला में मनरेगा के तहत जल संरक्षण और जल संग्रहण के नाम पर चेक डैम निर्माण कार्य चल रहे हैं।जिसमे भारी पैमाने पर मापदंडों के विपरीत कार्य एम के एक्का एसडीओ बदरा,अरविंद उईके उपयंत्री, सचिव सुषमा रानी पांडे एवम खेलानिया बाई सरपंच की जोड़ी चेक डैम निर्माण कार्य के नाम पर भ्रष्टाचार परोसा जा रहा है शासकीय पैसे का दुरुपयोग कर चेक डैम निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं।ग्राम पंचायत रेउला में मुख्य मार्ग से लगे नाले पर पूर्व से ही 2 चेक डैम बने हुए हैं
इसके बावजूद लगभग 250 से 300 मीटर की दूरी पर नया चेक डैम लगभग 15 लाख की से निर्माण कार्य कराया जा रहा है,मात्र शासकीय पैसे की हेराफेरी कर अपनी अपनी जेब भरने के चक्कर में जहा पर पहले से ही चेक डैम बने हुए हैं वही पर चेक डैम बनाकर शासकीय पैसे लूटने का अच्छा खेल खेला जा रहा है।पहले से बने चेक डैमो में कितनी मात्रा में पानी का एकत्रित हो रहा है और कितने किसान फसल से लाभान्वित हो रहे हैं यह देखने से साफ साफ पता चलता है कि डैम निर्माण होने के बाद भी किसानों की जमीन बंजर पड़ी हुई है और पुराने चेक डैम से 300 मीटर की दूरी पर नया 15 लाख का चेक डैम निर्माण कार्य के नाम पर शासकीय पैसे की लीपापोती वह हेरा फेरी नहीं तो और क्या?
रेउला में चार चेक डैम 60 लाख की हुई स्वीकृति,भ्रष्टाचार का खेल शुरू –
ग्राम पंचायत रेउला में प्रति चेक डैम निर्माण कार्य की स्वीकृत राशि लगभग 15 लाख रुपए बताई जा रही है।जिसमे चेक डैम निर्माण कार्य करही नाला पर बनने वाले चेक डैम की राशि स्वीकृत नहीं हुई है वही ढोढवा नाला मनोज के खेत के पास चेक डैम निर्माण कार्य के लिए 14 लाख 7 हजार 39 रुपए, बाघिलगा नाला रेउला में बनने वाले चेक डैम की राशि 14 लाख 26 हजार 3 सौ 34 रुपए,वही घोघरा नाला रेउला में चल रहे चेक डैम निर्माण कार्य की राशि 14 लाख 99 हजार 1 रुपए स्वीकृत करवा कर कार्य किया जा रहा है।चारो चेक डैम निर्माण कार्य की कीमत लगभग 60 लाख रुपए बताई गई है,60 लाख रुपए की राशि से बनने वाले चेक डैम निर्माण कार्य होने पर कितनी मात्रा में पानी एकत्रित होगा और कितने किसानों को इसका लाभ मिल पाएगा यह सोच से परे है।
कहना है –
ग्राम पंचायत में सरपंच एवं पांचों द्वारा उपरोक्त स्थान पर डैम निर्माण कार्य का प्रस्ताव रखा गया था उसके उपरांत ही पूर्व जनपद सीईओ अरुण भारद्वाज और इंजीनियर अरविंद उइके के मौके निरीक्षण के बाद ही स्थान चिन्हित कर चेक डैम निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
सुषमा रानी पांडेसचिव,ग्राम पंचायत रेउला
कहना है –
ग्राम पंचायत के प्रस्ताव के बाद उपरोक्त स्थान पर चेक डैम निर्माण कार्य किया जा रहा है, आप समाचार अभी न लगाए आपकी बात मैं स्वयं सचिव से कराता हूं।
अरविंद उईकेउपयंत्री,जनपद पंचायत बदरा