अंततः अपने दो शावकों को लेकर मादा भालू जंगल हुई रवाना
अनूपपुर – वन परिक्षेंत्र केशवाही के केशवाही-बहेराडोल बीट अर्तगत कुड्डी-कुम्हारी गांव के मध्य डब्लू.बी.एम.मार्ग की आर.सी.सी.पुलिया के नीचे विगत एक-दो जनवरी की रात्रि मादा भालू ने सुरक्षित स्थान मान कर दो शावकों को जन्म दिया।
गांव के किनारे होने पर कौतूहल बना हुआ रहा जिसकी जानकारी पर ओ.जी.गोस्वामी प्रभारी एस.डी.ओ.वन जैतपुर,वन्यजीव संरक्षक अनूपपुर शशिधर अग्रवाल ने स्थल को देख कर परिक्षेंत्र अधिकारी केशवाही एन.के. शर्मा के नेतृत्व मे टीम गठित कर स्थल पर नजर बनाये रखने हेतु धरमू सिंह परि.सहा. केशवाही, टी.पी.मिश्रा,श्रीमती ज्योती लारिया,भूपलाल सिंह एवं सुरक्षा श्रमिको की देख-रेख मे,मादा भालू एवं दोनो शावकों के साथ आम जन की सुरक्षा के लिये लगाया गया।
इस दौरान पद्रह दिन व्यतीत होने पर मादा भालू शुक्रवार की रात्रि अपने दोनो शावकों को ले कर जंगल की ओर रवाना हो गई।जिसकी पुष्टी सुबह होने पुलिया के नीचे से आहट न मिलने जानकारी एवं पहचान के लिये विछाये गये रेत की परत से हुई।पूर्व मे प्रत्येक सुबह मादा भालू आहार के लिये जंगल जा कर देर रात्रि वापस आ कर बच्चो के साथ रहती रही है।पद्रह दिनो के दो शावकों के रहवास बना कर रहने किसी तरह की बारदात न होने पर ग्रा.पंचा. ने पुलिस एवं ग्रामीणो के सहयोग पर वन विभाग द्वारा आाभार व्यक्त किया है।