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मोहनीस्व सहायता समूह हथगला को मार्केट कैंप व कृष्णा वेयरहाउस के पदाधिकारी लग रहे लाखों का चूना

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तो क्या खाद्य विभाग में दस % के चक्कर में हो रहा लाखों का भ्रष्टाचार

एक और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जहां महिलाओं को सशक्त बनाने में दिन रात मेहनत कर रहे हैं वहीं प्रशासन में बैठे कमीशन खोरी में लिप्त कर्मचारी महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने देने की काफी जोर लगा रहे हैं इसका जीता जागता उदाहरण मोहनी स्व सहायता समूह हदगला का सामने आया है स्व सहायता समूह का आरोप है कि मनमाने तरीके से उनके धान की वजन को कम किया जा रहा है साथ ही सही माप की पर्चियां भी उन्हें नहीं दी जा रही है जिससे उनकी समिति 100 कुंटल धान के कम वजन के घाटे में जा रही है सहकारी समिति का यह कोई पहला मामला नहीं है चाहे नाप,में अधिक लेने का मामला हो या फिर 600 कुंटल धान को खपाने का यदि देखा जाए तो पूरी तरह से प्रशासन की चरमराई व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है

अखिलेश कुमार शर्मा…….

शहडोल। शहडोल पॉलिटेक्निक कॉलेज कार्यक्रम में आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह कहा था कि गरीबों के अनाज में जो भी भ्रष्टाचार करेगा उसे जेल भेज दिया जाएगा वही जिले व संभाग के कलेक्टर कमिश्नर विधायक सांसद हजारों की संख्या में जनता ने यह सब सुना पर अजीब बात यह है कि बार-बर मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश आदेश का पालन शायद शहडोल जिले में बैठे अधिकारी नहीं मानते वर्तमान समय में खाद्य विभाग में जिस तरह का लाखों का भ्रष्टाचार हो रहा है यह प्रमाणित करता है कि जिले व संभाग में बैठे अधिकारी की सहमति खाद्य विभाग को मिल रही है वही समाचार पत्रों में खाद्य विभाग के भ्रष्टाचार की खबरें भी लगातार प्रकाशित हो रही हैं जिसके बावजूद कलेक्टर कमिश्नर ने आखिर खाद्य विभाग के भ्रष्टाचार पर क्यों चुप्पी साध रखी है सबसे बड़ा सवाल है..?

यह है पूरा मामला

जिले के मुखिया कलेक्टर शहडोल को मोहनी स्व सहायता समूह के अध्यक्ष एवं सचिव के द्वारा लिखित आवेदन दिया गया कि उनके समूह के द्वारा चंनौडी लैंपस में जो धान खरीदी गई शासन की गाइड लाइन के अनुसार कार्य किया गया ।मोहनी स्व सहायता समूह हथगला द्वारा उपार्जन वर्ष 2021-22 में धान खरीदी का कार्य किया गया एवं धान का परिदान 1. लालपुर कैम्प 2. मार्फेड कैम्प एवं कृष्णा वेयर हाऊस तथा हथगला में नवनिर्मित कैम्प में जमा कराया।गया हथगला कैम्प में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा धान का तौल जमा के समय नही कराया गया न ही किसी प्रकार की पावती दी जा रही थी जमा उपरान्त मनमाने ढंग से तौल पत्रक 10 प्रतिशत के मान से बनाकर दी जा रही है जिससे औसत बजन 34 किलो के मान से देय है साथ ही 1200 बोरी बजन 480 क्विंटल कमी में काट ली गई है।और साथ ही लगभग 400 क्विंटल और घाटा बताया जा रहा है। इस प्रकार हथगला एवं देवरी कैम्प में लगभग 1000 क्विंटल की कमी दी जा रही है।मोहनी स्व सहायता समूह हथगला के अध्यक्ष एवं सचिव ने कलेक्टर से कि मांग हथगला कैम्प के धान समितिवार बोरो की गिनती कराते हुये जमा धान की पहुच दिलवाई जाए जिससे किसानो भुगतान हो सके।

10 % की चाहत में हो रहा लाखों का भ्रष्टाचार

सवाल यह उठता है जब किसानों से 40 किलो 700 ग्राम वजन की अपेक्षा मैं 42 किलो तक धान ली गई तो 10% की कटौती किस बात की और 32 किलो वजन किस बात का यह अपने आप में एक बड़ा सवाल और लंबा खेल होने का संकेत दे रहा है पूर्व में भी किसान मोर्चा ने वर्षा काल के दौरान अपने क्षेत्र भ्रमण में के दौरान सभी लेंस प्रभारियों को से यह आग्रह किया था कि किसानों से अधिक मात्रा में धान का ना ले जाए किंतु अफसरशाही की मजबूत शासन तंत्र से लेफ्ट मारियो पर कोई असर नहीं पड़ा हाल ही में करकी ठगरहा में 600 बोरी अवैध धान मिलने का भी मामला प्रकाश में आया था जिस पर अभी भी कार्यवाही अधर में लटकी हुई है अब देखने वाली बात यह होगी कि मोहनी स्व सहायता समूह की महिलाओं के साथ कितना न्याय मिल पाएगा।कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार सही मापदंड पर धान के मानक लेने का किया स्व सहायता समूह की महिलाओं ने आवेदन।

इनका कहना

इस संबंध में फोन लगाने पर फोन की घंटी बजती रहे पर साहब का फोन नहीं उठा जिस से संपर्क नहीं हो पाया ।
कमलेश दांडेकर जिला खाद्य अधिकारी

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