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कालरी कर्मचारी ने आदिवासी के हक पर डाला डाका , फर्जी जाति प्रमाण बनाने का तहसील बना अड्डा..!

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अपना लक्ष्य न्यूज

By: अरुण त्रिपाठी

इंट्रो- कोतमा तत्कालीन एसडीएम ऋषि सिंघई एवं हल्का पटवारी को लक्ष्मी की चढ़ोत्री लेकर राकेश ठाकुर कालरी कर्मचारी गोविंदा कालरी वार्ड क्रमांक 12 निवासी ने पीडित आदिवासी दोले सिंह गोंड की पुस्तैनी भूमि के सेजरा मे फर्जी तरीके से अतिश्रेय ठाकुर पिता राकेश ठाकुर का नाम अंकित कर जारी कराया डिजिटल जाति प्रमाण पत्र,दूसरे पुत्र अभिश्रेय का फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने के जुगाड मे लाल साहब का हुआ भंडाफोड, राकेश ठाकुर का पुत्र अतिश्रेय ले रहा है भोपाल में शिक्षा-दिक्षा , आदिवासी होने का फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर ले रहा लाभ, वही जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक ऐसे षडयंत्र कारी कालरी कर्मचारी पर कसेंगे नकेल ,क्या फर्जीवाडे के खेल मे लिप्त राजस्व अधिकारी/कर्मचारी एवं राकेश ठाकुर पर कभी दर्ज होंगी एफ आई आर या फिर जिले के आला अफसर अपने भ्रष्ट अधिकारी एवं कर्मचारी पर, फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी करने पर कसेगें कानूनी शिकंजा

कोतमा / जिले की बहुचर्चित अनुविभागीय (राजस्व ) विभाग कार्यालय कोतमा बना फार्जीवाडे का केंद्र।


फर्जी जाति ,निवास बनाने का गोरखधंधा कई वर्षो से धड़ल्ले से चल रहा है, कुछ भ्रष्ट शासकीय नौकरशाहो ने फर्जीवाड़े की सभी हदें पार कर दी, षडयंत्र पूर्वक कूट रचना रचित फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बना बैठे।जैसे ही फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने की भनक कोतमा तहसील के अधिवक्ता संघ को मिली और उपरोक्त मामले की शिकायत होता देख, फर्जीवाड़े खेल में लिप्त तत्कालीन राजस्व भ्रष्ट अधिकारी/ कर्मचारी अपनी पोल जगजाहिर होता देखकर, भ्रष्टाचारी के हाथ हाथ पैर दोनों फूलने लगे,कार्यालय से संबंधित फाइल व संलग्न फर्जी दस्तावेज ही आनन-फानन में गोल करा दिए गए।शिकायतकर्ता दोले सिंह पिता अमोल सिंह गोड़ गोविंदा गांव वार्ड क्रमांक 11 निवासी कोतमा,अनुसूचित जनजाति गोंड जाति के पुश्तैनी निवासी हैं।

आदिवासी के सेजरा में नाम अंकित कर,अतिश्रेय ठाकुर का बना फर्जी जाति प्रमाण पत्र

शिकायतकर्ता दोले सिंह गोड़ ने बताया कि कुछ वर्ष पहले अपने पुत्र संदीप सिंह गोड़ का जाति प्रमाण पत्र प्र.क्र. 3813/बी 121प्रमाण पत्र क्र. RS/461/0121/2404/2019 दिनांक 09.07. 2019 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोतमा द्वारा जारी किया गया था और आवेदन के वक्त संबंधित दस्तावेज आवेदन में संलग्न कर प्रस्तुत किया गया था। किंतु राजस्व विभाग के भ्रष्टाचारी अधिकारी/ कर्मचारी की मिलीभगत से पीडित व्यक्ति के दस्तावेजों में छेड़खानी कर, पुश्तैनी भूमि के सेजरा में फर्जी तरीके से नाम दर्ज करा कर, एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के अंतर्गत नारायण इंक्लाइन खदान में पदस्थ कालरी कर्मचारी राकेश ठाकुर पिता बाबूलाल ठाकुर वर्तमान निवासी गोविंदा कॉलरी न्यू डबल स्टोरी ,पुश्तैनी निवासी दमोह सागर एवं भोपाल निवासी द्वारा अपने पुत्र अतिश्रेय ठाकुर का फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी करा कर अपने पुत्र अतिश्रेय ठाकुर को भोपाल में शिक्षा दीक्षा एवं शासन की समस्त योजनाओं का लाभ लेने के चक्कर में ठाकुर साहब अपने पुत्र को गोड़ बन बैठे और आदिवासियों के हक पर डाका डाला गया।

लाल साहब ने पूत को शासन की योजना का लाभ के खातिर बनाया आदिवासी गोड-

शिकायतकर्ता दोले सिंह गोड़ ने कॉलरी कर्मचारी राकेश ठाकुर निवासी गोविंदा कॉलरी न्यू डबल स्टोरी पर अपने दोनों पुत्र के नाम फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने का गंभीर आरोप लगाते हुए बताया राकेश ठाकुर,राजस्व अधिकारी/ कर्मचारी की सांठगांठ कर शिकायतकर्ता दोले सिंह गोड़ पिता अमोल सिंह गोड़ की पुश्तैनी भूमि के सेजरा में फर्जी नाम दर्ज कराकर, षडयंत्र पूर्वक कूट रचना रचित कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर पहले बड़े पुत्र अतिश्रेय ठाकुर का फर्जी जाति प्रमाण-पत्र प्र.क्र. 448/बी -121 , RS /461/0121/ 2028 /2021 दिनांक 16.09.2021 को जारी कराया भोपाल में शासन की योजना का लाभ प्राप्त कर रहा है।जब इस पर भी राकेश ठाकुर कॉलरी कर्मचारी का पेट नहीं भरा तो छोटे पुत्र अभिश्रेय सिंह को भी आदिवासी बनाकर फर्जी जाति प्रमाण बनाने की फिराक पर लगे हुए थे, जिसको लेकर राकेश ठाकुर द्वारा गुपचुप तरीके से अपने छोटे पुत्र अभिश्रेय ठाकुर के नाम से पुनः लोक सेवा केंद्र में आवेदन प्रस्तुत किया गया, जिसकी भनक पीड़ित व्यक्ति दोले सिंह निवासी गोईदा गाँव, अधिवक्ता( वकील) कोतमा तहसील को लगी, उनके साथ राजस्व विभाग कोतमा के तत्कालीन एसडीएम ऋषि सिंघई , तत्कालीन हल्का पटवारी कोतमा एवं राकेश ठाकुर के साथ मिलकर षडयंत्र पूर्वक उनके पुत्र प्रदीप सिंह गोड़ की जाति प्रमाण-पत्र का दुरूपयोग कर उसके आधार पर राकेश ठाकुर अपने पुत्र अतिश्रेय ठाकुर का फर्जी जाति प्रमाण-पत्र पहले ही जालसाजी कर जारी करा चुका है और अब अपने छोटे पुत्र अभिश्रेय ठाकुर का फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने के तैयारी में लगा हुआ है जिसको लेकर पुनः तहसील में आवेदन प्रस्तुत किया गया।

राजस्व विभाग फर्जी जाति प्रमाण पत्र की नकल देने में कर रहे आनाकानी –

शिकायतकर्ता दोले सिंह गोड़ को जैसे ही पूरे फर्जीवाड़े खेल का पता चला तो वह यह सब देख कर आश्चर्यचकित रह गया ,जिसको लेकर शिकायतकर्ता दोले सिंह ने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक,अनुविभागीय दण्ड अधिकारी (राजस्व) कोतमा ,अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) कोतमा को लिखित शिकायत दर्ज कर, मामले की निष्पक्ष जांच के उपरांत लिप्त सभी दोषी अधिकारी/ कर्मचारी एवं राकेश ठाकुर के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है। शिकायतकर्ता द्वारा राकेश ठाकुर द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र एवं आवेदन में प्रस्तुत दस्तावेजों की प्रमाणित नकल कोतमा राजस्व विभाग से प्राप्त करने के लिए आवेदन क्र.1619 दिनांक 22/03/2022 को प्रस्तुत किया गया । किंतु फर्जीवाड़े का सच सामने आने के डर से कार्यालय में प्रकरण उपलब्ध न होना बता कर अपने अपने पल्ले झाड़ लिए गए, वही शिकायतकर्ता को प्रमाणित नकल छाया कॉपी से वंचित कर ,दिनांक 26/07/2022 को आवेदन खारिज कर दिया जाता है।

कहना है –

फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी होने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई जिसको लेकर जिला कलेक्टर महोदय को जांच अनुमोदन हेतु पत्र भेजा गया है जांच उपरांत जल्दी उचित कार्यवाही की जाएगी।

मायाराम कोल
एस डीएम कोतमा, जिला अनूपपुर

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